बिजनौर में गन्ना बकाया भुगतान के लिए किसानआंदोलन

बिजनौर में गन्ना बकाया भुगतान के लिए किसानआंदोलन


शादाब रिजवी, बिजनौर


उत्तर प्रदेश के बिजनौर कलेक्ट्रेट में गन्ना भुगतान सहित अनेक मांगों को लेकर किसानों ने सोमवार को प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि सरकार किसानों के बारे में कछ नहीं सोच ही हैं। किसानों ने कहा कि मिलों ने गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अभी भी 1561 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है।राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के बैनर तले किसानों ने सुबह ही कलेक्ट्रेट में पहुंचकर प्रदर्शन करने के बाद एक दिन का धरना शुरू किया। किसानों की मुख्य मांग बकाया गन्ना भुगतान की थी। हालांकि, बढ़ी बिजली दरों को वापस लेने समेत कई और भी मांग थी। दिनभर सरकार विरोधी नारेबाजी की गई। सीएम के नाम का ज्ञापन भी डीएम के यहां सौंपा गया। किसानों का कहना था कि वेस्ट यूपी की दौराला मिल के अलावा सभी मिलों ने किसानों का पैसा दबाकर रखा हुआ है। किसानों को दूसरी फसल तैयार करने लिए ब्याज पर पैसा लेना पड़ रहा है। 


किसानों का आरोप- बकाया है हजार करोड़ का भुगतान 
गौरतलब है कि मेरठ और सहारनपुर मंडल की मिलों को पेराई सत्र 2018-19 का 31 अगस्त तक गन्ना भुगतान कुल 4573.50 करोड़ रुपये करना चाहिए था, जबकि मिलों ने अभी तक 3011.65 करोड़ ही किया। मिलों पर 1561.86 करोड़ रुपये बाकी हैं। मेरठ की दौराला चीनी मिल ने जरूर पेराई सत्र 2018-2019 का सारा भुगतान कर दिया। जबकि किनौनी, सिभावली, मोदीनगर, बृजनाथपुर, बुलंदशहर चीनी मिलों को भुगतान में फिसड्डी हैं। 


सबसे कम भुगतान मोदीनगर मिल ने किया है। मवाना 66.94, दौराला 100, किनौनी 49.63, नंगलामल 78.52, सकौती 92.95, मोहिउमद्दीनपुर 78.58, मोदीनगर 19.87, सिभावली 29.97,बृजनाथपुर 34.84, मलकपुर 57.25, बागपत 76.35, रमाला 83.33, साबितगढ़ 92.12, अगौता 80.14, बुलंदशहर 42.89, अनूपशहर ने 86.16 प्रतिशत किया। कुल भुगतान 65.85 प्रतिशत किया गया है।