सूखा क्षेत्र घोषित करने के लिए चकाई में किसानों का प्रदर्शन

सूखा क्षेत्र घोषित करने के लिए चकाई में प्रदर्शन


आज दिनांक 14/09/2019 को अखिल भारतीय किसान महासभा प्रखंड कमिटी चकाई जिला जमुुुई बिहार की बैठक के द्वारा चकाई प्रखंड को सुखाड़ क्षेत्र में शामिल नहीं करने के खिलाफ विरोध मार्च निकला गया। मार्च स्थानीय भाकपा माले कार्यालय से चकाई बाजार होते हुए पुनः चकाई मोड पर पहुँच कर सभा में बदल गया।


सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि आज देश में किसानों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। बिहार में नीतीश कुमार का कृषि रोड मैप फेल हो गया। पूरे बिहार सुखाड़ और बाढ से पीड़ित है। किसानों को सुखाड़ का लाभ देने की नीतीश कुमार की नीति ऊंट के मुंह में जीरा के समान है।


उन्होंने कहा कि पूरे जमुई जिलेे का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा जंगल और पहाडों से घिरा है। संपूर्ण जिलेे में मात्र 72 पंचायत को ही सुखाड़ क्षेत्र घोषित करना सरकार की किसान विरोधी नीतियों को दर्शाता है। वहीं सबसे ज्यादा प्रकृति पर आश्रित चकाई प्रखंड के किसानों को सुखाड़ क्षेत्र घोषित ही नहीं किया गया है। यह चकाई प्रखंड के किसानों के अधिकारों पर बहुत बडा हमला है। इससे अन्यायी और किसान विरोधी सरकार का चेहरा सामने आया है। वहीं जिले के खैरा प्रखंड को भी इससे वंचित कर दिया गया है।


कामरेड पांडेय ने कहा सरकार की इस किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ अखिल भारतीय किसान महासभा बडी लडाई के लिए तैयार है। यदि चकाई प्रखंड को सुखाड़ क्षेत्र घोषित नहीं किया जायेगा तो समस्त प्रखंड के किसानों को एकजुट कर बडी से बडी लडाई की जायेगी।


सभा में अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रखंड संयोजक कामरेड शिवन राय, आदिवासी किसान नेता कामरेड कालू मरांडी, राधे साह, पप्पू गोस्वामी, नरेश गोस्वामी, इन्द्रदेव गोस्वामी, रुपन साह, खूबलाल राणा, धनेशवर यादव, समरी देवी, शान्ति देवी, सावित्री देवी, श्री दास समेत सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे।