दिल्ली में जुटे देश भर के किसान नेता, सयुंक्त आंदोलन की रणनीति होगी तय

दिल्ली में जुटे देश भर के किसान नेता


सयुंक्त आंदोलन की रणनीति होगी तय


अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआइकेएससीसी) का दो दिवसीय तीसरा राष्ट्रीय सम्मेलन दिल्ली के मावलंकर हाल में आज शुरू हो गया है। इसमें देश भर के लगभग 250 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन दो दिन तक चलेगा जिसमें देश के किसानों और ग्रामीण गरीबों के तमाम महत्वपूर्ण सवालों पर विस्तारित चर्चा के बाद उन्हें समन्वय समिति के एजेंडे में शामिल किया जाएगा।


सम्मेलन के चार सत्र होंगे। आज दो सत्र हो चुके हैं। जिनमें पहला सत्र उद्घाटन सत्र था। इसमें संयोजक वीएम सिंह ने समन्वय समिति के गठन से लेकर अब तक चले अभियानों पर रोशनी डाली और बताया कि इतिहास में पहली बार इतने किसान संगठन एक मंच पर एकत्रित हुए हैं। उसके बाद कामरेड हन्नान मौल्लाह, कामरेड राजा राम सिंह, मेधा पाटकर, अतुल अंजान, योगेंद्र यादव, प्रतिभा शिंदे, कामरेड जयकरण, किरण विश्वा, डॉ सुनीलम, कामरेड दर्शन पाल आदि नेताओं ने किसानों और ग्रामीण गरीबों के आंदोलन के मुद्दों पर बातचीत रखी। संचालन अभिक शाह और आशीष मित्तल ने किया।


दूसरे सत्र में राज्यों में कार्यरत संगठनों को मंच पर मौका दिया गया जिसमें उन्होंने अपने राज्य या क्षेत्र के महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला। पहली बार इस मंच से कश्मीरी किसानों के दो प्रतिनिधियों ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। राज्य स्तरीय व क्षेत्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों को कल तीसरे सत्र में भी समय दिया जाएगा। चौथे सत्र में आंदोलन के आगामी कार्यभार और राजनीतिक प्रस्ताव लिए जाएंगे।