8 जनवरी को ग्रामीण भारत बंद के लिए शेखपुरा में किसान महासभा की बैठक

8 जनवरी को ग्रामीण भारत बंद के लिए शेखपुरा में किसान महासभा की बैठक


अखिल भारतीय किसान महासभा                                            * 8 जनवरी को ग्रामीण भारत बंद में शेखपुरा के किसान अपने श्रमों को बंद कर सड़क पर उतरेंगे।                                         *10-11 दिसम्बर को किसान महासभा की बैठक सम्पन्न।                       शेखपुरा, 11 दिसम्बर।  अखिल भारतीय किसान महासभा के शेखपुरा जिला संयोजन समिति की बैठक 10-11 दिसम्बर को अरियरी प्रखंड के ससबहना में जिला संयोजक कमलेश कुमार मानव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में किसानों को कर्ज से मुक्ति, फसलों का ड्योढ़ा दाम देने, सिचाई का समुचित प्रबंध करने, किसानों को प्रतिमाह पाँच हजार रुपये पेंशन देने आदि मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से आहूत 8 जनवरी को ग्रामीण भारत बंद में अखिल भारतीय किसान महासभा शेखपुरा जिला में दर्जनों गांवों को चिन्हित कर किसानों को सड़क पर उतारेगी। इसके लिए 15 से 30 दिसम्बर तक ग्रामीण बैठकें की जायेंगी। बैठक में कडवन डैम (इंद्रपुरी जलासय) का निर्माण, सकरी-नाटी नदी जोड़ योजना शुरू करने, बाढ़-सुखाड़ की समस्या का स्थाई हल करने, बाढ़-सुखाड़ से पीड़ित किसानो को फसल क्षति का मुआवजा व राहत देने, बटाईदारों को पहचान पत्र देकर किसानों को मिलने वाली हर सुविधा देने आदि मांगो को लेकर 25 फरवरी 2020 को अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से बिहार विधान सभा मार्च में शेखपुरा जिला से अच्छी संख्या में किसानों को ले जाने का निर्णय लिया गया।                                   बैठक में किसान महासभा का सदस्यता भर्ती अभियान चलाकर जिला में हजारों किसानों, बटाईदारों को सदस्य बनाने का निर्णय लिया गया। अरियरी, शेखोपुरसराय और चेवाड़ा प्रखंड में किसान महासभा के प्रखंड सम्मेलन और शेखपुरा जिला का जिला सम्मेलन करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही जल जीवन हरियाली के नाम पर कसार, निमी, सहित जिला के अन्य भूमिहीनों को उजाड़ने का नोटिस दिये जाने का बैठक में  विरोध किया गया। गरीबों व महादलितों को घरों से बेदखल करने के खिलाफ 16 दिसम्बर को अरियरी प्रखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। किसान नेताओं को संबोधित करते हुए राज्य सचिव रामाधार सिंह ने कहा कि देश मंदी के दौर से गुजर रहा है, जिसका मार किसान को ही सबसे ज्यादा झेलना पड़ रहा है। मंहगाई चरम पर है। दिन प्रतिदिन किसानों का क्रय क्षमता घटती जा रही है।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर नागरिकता संशोधन बिल और राष्ट्रीय नागरिकता सूची लाकर देश को सम्प्रदायिकता की आग में झोंकने की साजिश कर रही है, जिसका पूरे देश में विरोध हो रहा है। बैठक में किसान महासभा के बिहार राज्य सचिव रामाधार सिंह, राज्य सहसचिव राजेन्द्र पटेल, रामकृपाल सिंह, सरयुग रविदास, बालेश्वर रविदास, रंजीत मिश्रा, नरेश रविदास, मिस्टर माँझी, रामबृक्ष मांझी, भाकपा माले के जिला सचिव विजय कुमार विजय आदि किसान नेता उपस्थित थे।