राजनीति में सेना प्रमुख का हस्तक्षेप खतरनाक

राजनीति में सेना प्रमुख का हस्तक्षेप खतरनाक


सुनील कुमार राव


पश्चिम चंपारण जिला के बेतिया, रमना के रैली में भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य विरेन्द्र गुप्ता ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार में हिन्दूस्तान के राजनीति में सेना प्रमुख विपिन रावत का हस्तक्षेप बढते जा रहीं हैं। जो लोकतंत्र के लिए खतरा है, काश्मीर से लेकर असम, उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि राज्यों को सेना के हवाले करते जाना मोदी सरकार देश को सेना के हवाले करने कि तरफ बढ़ चुकी हैं, जिसकों देश की जनता सफल नहीं होने देगी, आगे कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा कहा गया कि देश की एक अरब तीस करोड़ जनता सब हिन्दु हैं यह देश के बहुलतावादी सभय्ता, संसकृति, संविधान पर हमला हैं, जो पचासों संप्रदायों दर्जनों धर्मों, क्षेत्रियतावाद, भाषाओं, गंगा- जमुनी तहजीब के खिलाफ है, हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई सभी धर्मों के लोगों ने जिन्हों ने आजादी की लड़ाई में साथ साथ कुरबान हुए उनका अपमान है, इस अपमान को देश की जनता मोदी सरकार से चुकता करेगी, देश की दुसरी आजदी की लड़ाई जो देश की सभी कोनों में चल रही है। उस लड़की के साथ एकजुटता जाहिर किया, एनआरसी-एनपीआर पर बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार 1948 के जनसंख्या सेंसेक्स के खिलाफ 1955 के नागरिकता सेंसेक्स एक्ट के तहत एनपीआर कर रही है जो चोर दरवाजे से एनसीआर ही है, जिसके खिलाफ बहिष्कार करने और असहयोग आंदोलन करने का ऐलान किया, मजदरों किसानों के अखिल भारतीय हड़ताल में सीएए को रद्द करने और एनपीआर को वापस लेने की गुंज हड़ताल से सुनाई देगी, लोगों से हड़ताल से अधिक से अधिक भाग लेने और सफल बनाने का अपील किया।