धान लगाने से रोकने पर हरियाणा में किसानों का प्रदर्शन

किसानों का धान लगाने की मांग पर लघु सचिवालय का घेराव


प्रेम सिंह गहलावत 


किसान सँघर्ष समन्वय समिति (हरियाणा)के घटक दलों द्वारा रतिया ब्लॉक में खेती बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया।इस समिति में मुख्यता:-अखिल भारतीय किसान महासभा से सुखविन्दर सिंह, जट समाज से जनरैल सिंह मल्ल, जमुहरी किसान सभा से मनदीप सिंह,कंबोज सभा से राकेश कंबोज और अखिल भारतीय किसान सभा से रामचंद्र सहनवाल शामिल हुए।


इन सभी संगठनों द्वारा बनाई गयी खेती बचाओ संघर्ष समिति की अगुवाई में दिनाक 25 मई 2020 को किसान अपने ट्रक्टरों का काफिला लेकर नारे लगाते हुए उपायुक्त फतेहाबाद लघु सचिवालय घेरने के लिए चल पड़े फतेहाबाद जिले के रतिया ब्लॉक में धान रोपाई पर प्रतिबंध के खिलाफ खेती बचाओ संघर्ष समिति के हजारों किसानों ने सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ लघु सचिवालय पहुंचकर उपायुक्त दफ्तर का घेराव किया ।


किसानों ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई ,बाद में किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन लेकर अतिरिक्त उपायुक्त अजय चोपड़ा को मिला उनको अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में सरकार से मांग की गई है कि रतिया ब्लॉक में पचास फीसदी जमीन पर धान रोपाई पर प्रतिबंध के फैसले को सरकार द्वारा वापस लिया जाए।


रतिया से फतेहाबाद कूच के समय जब किसानों के ट्रक्टरों का काफिला फोरलेन पर जा रहा था तभी वहां से गुजर रहा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का काफिला वहां सेे निकाला। सैकड़ों की तादाद में ट्रैक्टरों पर सवार किसानों के फतेहाबाद कूच की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन मुस्तैद हो गया और रतिया रोड पर गांव अहरवां के पास पहले ट्रैक्टर के काफिले को रोका गया।


बाद में किसान जब लघु सचिवालय जाने तक अड़ गए तो किसानों के ट्रैक्टरों को लघु सचिवालय के बाहर सब्जी मंडी के पास सड़क पर खड़ा करवाया गया और किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल सचिवालय के गेट पर एडीसी से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा।


किसानों को रोकने के लिए शहर के अंदर भूना मोड़ पर पुलिस ने जेसीबी खड़ी करवा दी गई । किसानों के ट्रैक्टरों के काफिले को शहर के अंदर घुसने से रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने हर संभव प्रयास किया हुआ था। बाईपास से फतेहाबाद शहर के भूना मोड़ पर कोई ट्रैक्टर न घुस सके, इसके लिए पुलिस नाके के अलावा जेसीबी मशीनें खड़ी कर रखी थी ताकि किसानों के ट्रैक्टरों को आगे बढ़ने से रोका जा सके।


प्रशासन ने इसके अलावा शहर में जगह-जगह पर पुलिस तैनात कर रखी थी ताकि किसानों के प्रदर्शन के चलते फतेहाबाद शहर में यातायात प्रभावित ना हो। प्रदेश सरकार पर गुस्साए किसान कह रहे थे कि सरकार ने बिना होमवर्क ही धान की रोपाई पर प्रतिबंध लगा रखा है।


प्रदर्शन के दौरान लघु सचिवालय में किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिना किसी खाश वजह ही रतिया में धान की रोपाई पर प्रतिबंध लगा दिया है। जबकि घग्गर नदी के कारण यह छेत्र बाढ़ प्रभावित जमीन है और इसमें धान के अलावा कोई अन्य फसल उगाई ही नहीं जा सकती।


किसान नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को हर मुद्दे पर तंग करने में जुट गई है। पहले धान की पराली के नाम पर किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए तो कभी बीमा के नाम पर उसकी जेब काटी गई है। जिला प्रशासन ने किसानों की मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, किसानों के लघुसचिवालय के बाहर पहुंचने पर काफी देर तक शहर से गुजर रहा अन्य ट्रैफिक बाधित रहा।