पेट्रोल डीजल की बेतहाशा मूल्यवृद्धि के खिलाफ किसानों का देशव्यापी विरोध कार्यक्रम
राम आधार सिंह/राम चन्द्र कुलहरि
देश की वर्तमान सरकार जब गद्दी पर बैठी थी कहा था एक देश एक टेक्स होगा परंतु डीजल पेट्रोल को शायद इसीलिए इस दायरे से बाहर रखा कि इनके उपभोक्ताओं को खुद सरकार व कंपनी को लूटने की छूट दिया जाएगा। अगर पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के तहत रखा जाता और अधिकतम 28% भी टैक्स लगा देती तो आज डीजल पेट्रोल का दाम 26 रुपये से ज्यादा नहीं होते। परंतु किसानों, वाहन चालकों के पैकेट पर डाका डालने के लिए आज दाम तिगुना पर पहुंचा दिया है।
इसके अलावा राज्य के जालौन, बलिया, चंदौली, कानपुर, लखीमपुर आदि जिलों में भी विरोध कार्यक्रम हुए।