गुजरात में आदिवासियों को उजाड़ने और सोनभद्र हत्याकांड के खिलाफ रैली

गुजरात में आदिवासियों को उजाड़ने और सोनभद्र हत्याकांड के खिलाफ रैली


कापराडा, जि.- वलसाड (गुजरात),


भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने गुजरात में आदिवासियों को उनकी पुस्तैनी जमीनों से उजाड़ने और सोनभद्र आदिवासी हत्याकांड के खिलाफ रैली निकाली. इसके तहत गुजरात के बलसाड में कपराडा तालुका कमिटी की ओर से तालुका मजिस्ट्रेट के  कार्यालय पर 22 जुलाई 2019 को एक प्रभावशाली विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया. प्रदर्शन में भारी संख्या में आदिवासी महिला-पुरुष व नौजवान शामिल रहे. आदिवासियों की यह झुझारू रैली तालुका की मुख्य मार्गों तथा बाजार होते हुए तालुका कार्यालय पहुँचकर एक विरोध सभा में तबदील हो गई. सोनभद्र में 10 आदिवासियों की योगीराज में बेरहम हत्या तथा गुजरात में आये दिन आदिवासियों को उनकी पुस्तैनी जमीनों से सरकार द्वारा बेदखल किए जाने की वजह से आदिवासियों में रोष प्रदर्शन में साफ झलक रहा था.


इस विरोध सभा को पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड प्रभात कुमार,पार्टी के राज्य प्रभारी कॉमरेड रंजन गांगुली,महाराष्ट्र से आये हुए कॉमरेड श्यामजी गोहिल,पार्टी के वलसाड जिला सचिव कॉमरेड लक्ष्मण वाडिया तथा पार्टी के कपराडा तालुका सचिव कॉमरेड कमलेश गुरव ने संबोधित किया. सभा के बाद आन्दोलनकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल तालुका मजिस्ट्रेट से मिलकर एक 12 सूत्री मांग पत्र सौपा. मांगपत्र में आदिवासियों को जंगल व जमीन से बेदखल करने की सरकारी मुहिम को अबिलम्ब रद्द करने और सोनभद्र हत्याकांड में पुलिस प्रशासन की भूमिका की जांच की पुरजोर मांग की गई. इसके अलावा आदिवासियों खासकर महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ कारगर प्रशासनिक कदम उठाने की मांग की गई, मनरेगा और खाद्य सुरक्षा योजना में व्याप्त भ्रस्टाचार पर रोक लगाने, पीने के पानी व सड़कों का हाल सुधारने, फसल बीमा सही तौर पर लागू करने जैसे मांगों पर तालुका मजिस्ट्रेट से वार्तालाप किया गया और उन्होंने उचित कार्यवाही की आश्वासन दिया.


इस कार्यक्रम में जिले की महिला सदस्यों ने कॉमरेड बनिताबेन,शिलीबेन,जयवंती बेन,सुमन बेन के नेतृत्व में प्रभावशाली भागदारी की है. इनके अलावा पार्टी की धर्मपुर तालुका के नेता कॉमरेड आनंद भाई, कपराडा के कॉमरेड धाकल भाई धूम,राम भाई तथा उमरगाम तालुका की नेता कॉमरेड सुरेश भाई खेवड़ा,योगेश अहीर,प्रकाश भाई वलवी,विष्णु भाई ढोरी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान किया.