बागेश्वर में एक और आत्महत्या, विकास प्राधिकरण को बताया जिम्मेदार

बागेश्वर में एक और आत्महत्या, सुसाईड नोट में विकास प्राधिकरण को बताया जिम्मेदार




बागेश्वर सहयोगी। जिले के जिला मुख्यालय से लगे मनोहरबुंगा गांव में 66 वर्षीय कल्याण सिंह रावत पुत्र स्व0 श्री भवान सिंह रावत 4 सितंबर 2019 को जहर का सेवन कर आत्महत्या कर ली। मृतक ने एक सुसाईड नोट भी छोड़ा है। जिसमें उन्होंने अपने इस कदम के लिए जिला विकास प्राधिकरण को जिम्मेदार बताया है। मृतक ने सुसाइड नोट में प्राधिकरण के अधिकारी के नाम का भी उल्लेख किया है। 
नोट में कहा गया है कि 1980 में बने अपने जीर्णशीर्ण मकान का पुनर्निर्माण करा रहा था, जिसका कार्य प्राधिकरण द्वारा रुकवा कर दस हजार रु का जुर्माना लगा दिया गया। जिससे परेशान होकर उन्होंने आज आत्महत्या कर ली। विकास प्राधिकरण को जिम्मेदार बताते हुए कुछ दिन पूर्व एक पूर्व सैनिक ने भी आत्महत्या की थी। जिसके बाद प्रशासन ने मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखा था। तब देवकीनंदन भट्ट द्वारा प्राधिकरण की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने की बात सामने आई थी। उत्तराखण्ड में भाजपा सरकार ने पूरे राज्य के लिए विकास प्रधिकरण बना दिया है। 


भाकपा (माले), अखिल भारतीय किसान महासभा और आल इंडिया पीपुल्स फोरम ने दोषियों को सजा देने और उत्तराखंड में विकास प्राधिकरण को वापस लेने की मांग दोहराई है।