इंद्रपुरी जलाशय और कदवन बांध को लेकर बिहार में किसान आंदोलन

इंद्रपुरी जलाशय और कदवन बांध को लेकर बिहार में किसान आंदोलन   राजेन्द्र पटेल


इंद्रपुरी जलाशय, कदवन बांध निर्माण स्थल का निरीक्षण 7 सितम्बर को अखिल भारतीय किसान महासभा के नेताओं की टीम ने किया। टीम में 9 गाडियों के साथ कुल 55 किसान नेता शामिल थे। टीम में शामिल किसान नेता सोन कमाण्ड क्षेत्र के आठ जिलों से आए थे। टीम में शामिल किसान नेता 7 सितंबर को सुबह 9 बजे डेहरी ऑन सोन में भाकपा माले कार्यालय में इकट्ठा हुए।
टीम में शामिल किसान नेताओं ने बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। जिसको अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधायक राजाराम सिंह वह अन्य किसान नेताओं ने सम्बोधित किया।


सम्वाददाता सम्मेलन के बाद किसान महासभा के नेताओं का काफिला इन्द्रपुरी जलाशय निर्माण स्थल की ओर निकल पड़ा।
किसान यात्रा के दौरान बंजारी सिमेन्ट फैक्ट्री के निकट, बंजारी, कल्याणपुर में नेताओं का भव्य स्वागत हुआ। रास्ते में जगह-जगह   किसानों से बात करते हुए किसान नेताओं का काफिला मटियांव गांव पहुंचा। मटियांव गांव रोहतास जिला के नौहट्टा प्रखंड के यदुनाथपुर पंचायत का है ‌। यह पंचायत उत्तर प्रदेश और झारखंड राज्य की सीमा पर है। मटियांव गांव डेहरी ऑन सोन से 100 किलोमीटर और इन्द्रपुरी बराज से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
मटियांव गांव सोन नदी के पश्चिमी उत्तरी तट पर और सोन नदी के दूसरे तट पर कदवन गांव है, जो अभी झारखंड राज्य के गढ़वा जिला के केतार प्रखंड में  है। मटियांव गांव और कदवन गांव के बीच की दूरी लगभग तीन किलोमीटर है यहीं पर डेम बनना है।
1990 में तत्कालीन बिहार सरकार ने कदवन गांव में डैम का शिलान्यास किया था, लेकिन केंद्र से लेकर राज्य सरकार के किसान व विकास विरोधी नीतियों के कारण डैम नहीं बन सका। यह सरकार का अपराधिक लापरवाही है।


मटियांव और कदवन गांव से सोन नदी के दोनों तरफ उत्तर प्रदेश और झारखंड राज्य तक लगभग 35-40 किलोमीटर तक समानांतर ऊंचा पहाड़ है जिसके कारण डैम के आगे जहां पानी भंडारण या जलाशय होगा, वहां सोन नदी के किनारे दिवाल या घेरा नहीं बनाना पड़ेगा ‌। इससे डैम के निर्माण में कम खर्च आएगा। यहां पर डैम निर्माण के लिए उपयुक्त जगह है। डैम निर्माण के बाद सोन नहर में सालों भर सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। साथ ही बड़े पैमाने पर बिजली का उत्पादन, मछली पालन और कुछ लोग, जो विस्थापित होगें, उन्हे रोजगार की गारंटी होगी। डैम बनने से जमीन के अंदर भाग रहे पानी का लेवल बना रहेगा।


डैम बनने से बिहार के अलावा सटे हुए उत्तर प्रदेश और झारखंड के कुछ इलाकों में भी सिंचाई होगी। इसे बहुदेशीय परियोजना के रूप में विकसित किया जा सकता है। रिहन्द में जलाशय बन जाने से सोन नदी में पानी का आना कम हो गया है, इसलिए इन्द्रपुरी जलाशय का निर्माण अति आवश्यक हो गया है। जलाशय बन जाने से इन्द्रपुरी बराज में पानी का संकट नहीं होगा, जिससे किसानों को खेत में सालों भर पानी मिलेगा। नवाडीह, मटियांव, बेलदूरिया, जो उत्तर प्रदेश से बिहार का सटा गांव है, वहां के गोपाल यादव, रामलगन चौधरी, रघुनाथ साह, शैलेन्द्र सिंह आदि ने कहा कि भौगोलिक स्थिति के अनुसार यहां डैम बनना चाहिए, लेकिन उन्होंने जमीन, घर, पेड़, आदि के लिए प्रर्याप्त मुआवजे की मांग रखी ‌।


पिछले दिनों जो सर्वे हुआ है, डैम निर्माण के लिए जो चिन्ह दिया गया है, उसे किसान नेताओं को दिखाया। बिहार के अंतिम गांव बेलदूरिया और उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिला ज़ो वर्तमान में रापर्टगंज जिला के पोखरिया थाना‌ के वसुहारी गांव है, तक कुछ दूर तक बीहड़, टूटी सड़कों से टीम गई। लोगों से भौगोलिक, समाजिक और आर्थिक स्थिति का विस्तार से जानकारी ली।


टीम में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधायक राजाराम सिंह, राज्य अध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद यादव, राज्य सचिव रामाधार सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवसागर शर्मा, राज्य सहसचिव राजेन्द्र पटेल, पूर्व विधायक अरुण सिंह, रोहतास के किसान नेता जवाहर सिंह, राजेन्द्र सिंह, दिलकेश्वर राम, ऐक्टू नेता अशोक सिंह, कैमूर से बवन सिंह, बक्सर से राज्य उपाध्यक्ष अलख नारायण चौधरी, विरेन्द्र यादव, भोजपुर जिला से‌ किसान महासभा के राज्य उपाध्यक्ष चन्द्रदीप सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व विधायक सुदामा प्रसाद, जगदीशपुर से राज्य परिषद सदस्य विनोद कुमार कुशवाह, पटना से राज्य सहसचिव उमेश सिंह, जिला सचिव कृपा नारायण सिंह, मंगल यादव, मधेश्वर शर्मा, राजेश गुप्ता, अरवल के भाकपा-माले के जिला सचिव महानन्द, किसान महासभा के जिला सचिव राजेश्वरी यादव, किसान नेता राम कुमार सिन्हा, औरंगाबाद से राज्य सहसचिव जनार्दन सिंह, किसान नेता दिलीप यादव आदि किसान नेताओं के नेतृत्व में किसान जत्था निकला।


टीम के नेता व अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजा राम सिंह ने कहा कि इन्द्रपुरी जलाशय के निर्माण के लिए आन्दोलन के दूसरे फेज में चार दिन तक बिहार के विभिन्न प्रखंडों में किसानों ने धरना दिया था। संघर्ष की अगले कड़ी में आज 7 सितंबर को किसानों नेताओं का काफिला मटियांव गांव पहुंचा है। हमने इन्द्रपुरी जलाशय निर्माण के लिए, जो संघर्ष छेड़ा है, वह संघर्ष सही दिशा में बढ़ रहा है। जलाशय निर्माण के लिए यह स्थान उपयुक्त है। किसान नेताओं का काफिला यहां आने से आठों जिलों में संघर्ष में गति मिलेगी। हम लोगों का विश्वास बढ़ा है। संघर्ष से हमारी मांग पूरी होगी। संघर्ष के जरिए मोदी और नीतीश सरकार के किसान विकास विरोधी नीतियों का पर्दाफाश करेंगे। इस मुद्दे पर किसान जुड़कर, संघर्ष को आगे बढ़ाऐंगे।
सितंबर तक ग्राम सभा कर, ग्राम कमेटी बनायेंगे, जिसमें व्यापक किसान को जोड़ेंगे। इसी दौरान इन्द्रपुरी जलाशय निर्माण की मांग को गांव में प्रचार व दिवाल लेखन पर जोर दिया।


साथ ही उन्होंने कहा कि अक्टुबर माह में ग्राम कमेटी के सदस्य को लेकर प्रखंड स्तर पर किसान सम्मेलन करने का आह्वान किया।
किसान जत्था के स्वागत व यात्रा में रोहतास के साथियों का विशेष योगदान के लिए धन्यवाद देते हुए, उपस्थित सभी किसानों नेताओं को अभिवादन करते हुए अगले कार्यक्रम में जुट जाने का आह्वान किया।


इससे पूर्व किसान महासभा ने सिंचाई व्यवस्था और बिहार को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग पर लगातार चार दिन तक धरना प्रदर्शन किए।


27अगस्त। अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से कदवन डैम निर्माण करने, बिहार को अकाल क्षेत्र घोषित कर राहत चलाने आदि मांगों को लेकर सोन कमाण्ड के जिला के अलावे पूरे बिहार में चार दिवसीय 27,28, 29, 30 अगस्त को विभिन्न प्रखण्ड में भोजपुर के जगदीशपुर में किसान महासभा के राज्य परिषदों की बैठक मे धरना देने का निर्णय लिया गया था। 27अगस्त को भोजपुर के जगदीशपुर प्रखण्ड कार्यालय के समक्ष सैकड़ों किसानों का धरना चल रहा है, जिसको सम्बोधित किया किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक चन्द्रदीप सिंह, राज्य परिषद विनोद कुशवाहा, सहार में धरना व प्रखण्ड किसान सम्मेलन को संबोधित किया किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधायक राजा राम सिंह, विधायक सुदामा प्रसाद, पटना जिला के पालीगंज में राज्य सहसचिव उमेश सिंह, मंगल यादव, अनवर आलम, औरंगाबाद के ओबरा में जनार्दन सिंह, रोहतास जिला के दावथ में धनेजी राम, कैमूर जिला के चैनपुर में किसान नेता वबन सिंह, नालन्दा के रहुई प्रखण्ड में किसान महासभा के नेता पालबिहारी लाल, शिवशंकर प्रसाद और भारतीय क्रांतिकारी किसान संघ के भूवनेश्वर प्र साद, नवादा जिला के जिला मुख्यालय में किसान नेता जगदीश चौहान,भोला प्रसाद, माले जिला सचिव नरेंद्र सिंह, आदि नेताओं ने सम्बोधित किया। आज बिहार के दर्जनों प्रखण्ड में धरना चल रहा है। शेष प्र खण्डो में किसान धरना 29 अगस्त तक जारी रहेगा। राष्ट्रीय महासचिव राजा राम सिंह ने सहार में धरना को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार का अधिकांश हिस्सा सूखे व बाढ़ की चपेट में है अकाल की स्थिति है। इस वर्ष सोन नदी लगभग सूख गई है। 1990 जनवरी में तत्कालीन बिहार सरकार ने  कदवन डैम का शिलान्यास किया था , लेकिन अभी तक डैम का निर्माण नहीं हो सका है।यह केन्द्र व राज्य सरकार की अपराधिक लापरवाही है। डैम का निर्माण किसानों की जीवन व मरण का प्रश्न बन गया है। कदवन डैम निर्माण को लेकर डैम स्थल का दौरा, अगस्त सितम्बर में सोन कमाण्ड के आठ जिलों में ग्राम सभा कर किसान कमिटियों का गठन, अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में किसानो का  प्रखण्ड स्तर पर सम्मेलन, नवम्बर दिसम्बर में किसान यात्राएं, और फरवरी में विधानसभा के समक्ष किसानों का विशाल प्रदर्शन आदि धारावाहिक कार्यक्रम की घोषणा किया।
उन्होंने कहा कि बटाईदार सहित सभी किसानों का कर्ज माफी और फसलों का लाभकारी मूल्य देने की मांग की।


28 अगस्त।
बिहार को अकाल क्षेत्र घोषितकर, राहत चलाने, कदवन डैम का निर्माण करने, आदि मांगों को लेकर धरना के दूसरे दिन 28 अगस्त को अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से बिहार के दर्जनों प्रखण्ड में धरना व सभा की गई। भोजपुर के तरारी‌ प्रखण्ड में धरना व सम्मेलन को अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधायक राजा राम सिंह, तरारी विधानसभा के विधायक सुदामा प्रसाद,अरवल जिला के अरवल प्रखण्ड में किसान नेता राम कुमार सिन्हा, पटना जिला के पुनपुन प्रखण्ड में किसान महासभा के जिला सचिव कृपा नारायण सिंह, किसान नेता मुन्ना प्रसाद, मसौढ़ी में राज्य सहसचिव उमेश सिंह, किसान नेता भगवान सिंह, माले प्रखण्ड सचिव कामरेड सत्यनारायण प्रसाद, जहानाबाद के रतनी फरीदपुर प्रखण्ड में धरना को किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह, घोसी प्रखण्ड में रामवली यादव, पूर्णिया के बनमनखी अनुमण्डल पर धरना को किसान महासभा के राज्य सहसचिव अविनाश पासवान, माले के जिला सचिव विजय, आदि नेताओं ने सम्बोधित किया।‌ अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजा राम सिंह और राज्य सचिव रामाधार सिंह ने कहा कि सम्पूर्ण बिहार को तत्काल अकाल क्षेत्र घोषितकर, बड़े पैमाने पर राहत चलाया जाए । गरीबों भूमिहीनों के सामने भूखमरी की स्थिति हो गई है। जानवरों का चारा नहीं है। हर जगह पानी का संकट हो गया है। धान के अलावा दूसरे फसलों के लिए सरकार प्रति एकड़ 20000 रूपए अग्रिम किसानों को इनपुट सब्सिडी प्रदान करे।
साथ ही उन्होंने कहा कि बटाईदार को किसानों के मिलने वाली हर सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग किया।
कदवन डैम का निर्माण सोन कमाण्ड के लोगों का एक महत्वपूर्ण मांग बन गया है। डैम का निर्माण कर हीं सोन नहरों में सालों भर पानी की गारंटी की जा  सकती है। कदवन डैम के निर्माण को लेकर किसानों का संघर्ष जारी रहेगा।


29 अगस्त 
बिहार को अकाल क्षेत्र घोषितकर, राहत चलाने , कदवन डैम निर्माण, आदि मांगों को लेकर 29 अगस्त को दर्जनों प्रखण्ड में धरना दिया गया। भोजपुर के पीरो में विधायक सुदामा प्रसाद, किसान महासभा के राज्य उपाध्यक्ष चन्द्रदीप सिंह,अगियांव में सुदामा प्रसाद,विमल यादव ब्रह्मपुर में कैलाश पाठक, केसठ में जवाहिर सिंह,ललन प्रसाद, औरंगाबाद के हसपुरा में जनार्दन सिंह,मुनारिक राम, अरवल के कलेर में अनिल वर्मा, पटना के बिहटा में राज्य सहसचिव उमेश सिंह, राजेश प्रसाद,सम्पतचक में सत्यानंद कुमार, ह्रदय नारायण राय, रोहतास के काराकाट में राजेन्द्र सिंह, भैयाराम पासवान,नंदजी यादव, राजपुर में जवाहर सिंह,बक्सर के राजपुर में राज्य उपाध्यक्ष अलख नारायण सिंह, विरेन्द्र यादव, जमुई जिले के चकाई में मनोज कुमार पाण्डेय,जय प्रकाश दास,कालू मरांडी, सीता राम यादव के नेतृत्व में किसान धरना प्रदर्शन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में बटाईदार सहित सभी किसानों ने भाग लिया।
नालन्दा के बिहारशरीफ में किसान महासभा के जिला सचिव पालबिहारी लाल, शिवशंकर प्रसाद,सुनिल कुमार,मकसुदन शर्मा, थरथरी में जिला अध्यक्ष मुनिलाल यादव,कराय परशुराय में किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजेन्द्र पटेल, प्रखण्ड सचिव विजय यादव, माले के रवीन्द्र पासवान,खेमस के विनेश पासवान, मुखिया उमेश जमादार, किसान नेता दिनेश यादव, अखिलेश प्रसाद, बैशाली के राजापाकड़ में किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद यादव, माले के जिला सचिव योगेन्द्र यादव, किसान नेता सुमन कुमार, अरविंद कुमार, जहानाबाद के मोदनगंज में किसान महासभा के जिला अध्यक्ष जगदीश पासवान, माले के राज्य कमेटी सदस्य रामवली यादव के नेतृत्व में किसान धरना दिया गया।
पूर्णिया के धमदाहा में किसान महासभा के राज्य सहसचिव अविनाश पासवान, माले के जिला सचिव विजय के नेतृत्व में सैकड़ों बटाईदार किसानों ने धरना दिया। किसानों के मिलने वाली हर सुविधाएं, बटाईदार किसानों की भी देने की मांग किया।
गया जिला में भाकपा माले, अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के बैनर तले शेरघाटी,डोभी, बेलागंज, खिजरसराय, टेकारी, मानपुर, बाराचट्टी, फतेहपुर,चन्दौती, टेकारी में किसान महासभा के जिला सचिव उपेन्द्र यादव, माले के जिला सचिव निरंजन पासवान, माले के राज्य कमेटी सदस्य रीता वर्णवाल सहित दर्जनों नेता के नेतृत्व में हजारों किसानों, मजदूरों ने धरना दिया। धरना 27से 29अगस्त के बीच दिया गया।
तीन दिवसीय धरना में हजारों किसानों एकजुट होकर मोदी और नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ गुस्से का इजहार किया और तत्काल बिहार को अकाल क्षेत्र घोषितकर, राहत चलाने, कदवन डैम का निर्माण करने की मांग उठाया। मांगों को लेकर धारावाहिक आन्दोलन चलाने का घोषणा किया गया। 
सोन कमाण्ड के आठ जिलों में पूरा सितंबर तक कदवन डैम का निर्माण करने की मांग को लेकर एक हजार गांवों में किसानो की बैठक व ग्रामीण सभा कर , ग्राम कमेटी बनाने का कार्य चल रहा है।


30 अगस्त 


बिहार को अकाल क्षेत्र घोषितकर राहत चलाने, इन्द्रपुरी जलाशय कदवन डैम का निर्माण करने, आदि मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से 30 अगस्त को शेखपुरा जिला के अरियरी प्रखण्ड में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य परिषद के सदस्य कमलेश कुमार मानव, भाकपा माले के जिला सचिव विजय कुमार विजय, नालन्दा जिला के इस्लामपुर प्रखण्ड में किसान महासभा के जिला अध्यक्ष मुनिलाल यादव, किसान नेता जनार्दन प्रसाद, माले के प्रखण्ड सचिव उमेश पासवान, अरवल जिला के कुर्था में किसान महासभा के जिला सचिव राजेश्वरी यादव, बैशाली जिला के हाजीपुर प्रखण्ड में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद यादव, भोजपुर जिला के आरा प्रखण्ड में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व तरारी विधायक सुदामा प्रसाद, भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य क्यामुदीन अन्सारी के नेतृत्व में किसान ने धरना दिया। किसानों की मांग को लेकर संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।
राजेन्द्र पटेल