कारपोरेट के हित में देश की अर्थव्यवस्था को डुबो रहे हैं मोदी


कारपोरेट के हित में देश की अर्थव्यवस्था को डुबो रहे हैं मोदी


पुरुषोत्तम शर्मा


अखिल भारतीय किसान महासभा ने चंद कारपोरेट के हित में देश की अर्थव्यवस्था को तबाह करने के लिए मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की है। पंजाब के मानसा में आज से शुरू संगठन की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में देश के राजनीतिक और आर्थिक हालात पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई।


किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड राजा राम सिंह ने कहा कि मोदी सरकार रिजर्व बैंक के 1.76 लाख करोड़ रिजर्व फंड निकाल कर कारपोरेट को लूटा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना संसद और बिना मन्त्रिमंडल की इजाजत के 1.45 लाख करोड़ की कारपोरेट टैक्स माफी दे दी और उससे पहले 70 हजार करोड़ रुपये उन बैंको को दे दिए जिनकी पूंजी इनके चहेते कारपोरेट ने हड़प ली है। जबकि घाटे की खेती के कारण आत्महत्या को मजबूर देश के किसानों को यह सरकार कोई राहत नहीं दे रही है। उन्होंने कश्मीर में धारा 370 और 35 ए के प्रावधान हटाने और घाटी के लोगों को बंधक बनाए रखने की कड़ी निंदा की। उन्होंने देश के किसानों से इस संकट की घड़ी में कश्मीरी जनता के पक्ष में खड़े होने की अपील की।


किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड रुलदू सिंह ने कहा कि 28 सितंबर को प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में शहीद भगतसिंह को उनके जन्म दिन पर जानबूझ कर याद नहीं किया। वहीं प्रधानमंत्री व उनके किसे भी मंत्री द्वारा जलियांवाला बाग कांड की सवीं बरसी पर भी शहीदों को श्रद्धांजलि न देने की उन्होंने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा जो कौमें अपने शहीदों को याद नहीं करती वो मिट जाती हैं। कश्मीर पर उन्होंने कहा कि दुनिया के इतिहास से सबक लेना चाहिए कि किसी काम को आप फौज के बल पर ज्यादा समय तक दबा कर नहीं रख सकते।


बैठक में देश भर के चार दर्जन प्रमुख किसान नेता हिस्सा ले रहे हैं। बैठक कल भी चलेगी। इसमें देश के किसान आंदोलन के लिए भावी रणनीति व कार्यक्रम तय किया जाएगा। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के किसान नेता काल से यहां पहुंचना शुरू हो गए थे। बैठक पंजाब किसान यूनियन के मुख्यालय बाबा बूझासिंह भवन में चल रही है।