29-30 नवम्बर को दिल्ली में जुटेंगे देश भर के किसान नेता


29-30 नवम्बर को दिल्ली में जुटेंगे देश भर के किसान नेता


प्रेमसिंह गहलावत


अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) की राष्ट्रीय वर्किंग ग्रुप की एक दिवसीय बैठक आज समिति के मुख्यालय ग्रेटर कैलाश में संम्पन्न हुई। बैठक में देश भर के प्रमुख किसान नेताओं ने हिस्सा लिया।


समन्वय समिति ने भारत सरकार द्वारा इस साल 4 नवम्बर को बैंकाक में नई मुक्त व्यापार संधि (आरसीईपी) पर वार्ता कर हस्ताक्षर करने की चल रही प्रक्रिया पर गहरी चिंता व्यक्त की है। यह समझौता दूध व दूध उत्पादों, प्लांटेशन उत्पादों, इलेक्ट्रानिक्स, वाहनों के पुर्जों व अन्य कई मैन्युफैक्चरिंग सामानों, जिनका भारी सब्सिडी के माध्यम से सस्ते में चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैण्ड, आस्ट्रेलिया व आसियान देशों में उत्पादन होता है, आयात कर घटाकर शून्य करने के लिए भारत को संकल्पबद्ध करता है। इससे देश में कृषि, मैन्युफैक्चरिंग, खाद्यान्न प्रसंस्करण जैसे उद्योगों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा और देश में बेरोजगारी बढ़ेगी।


दिल्ली में 29-30 नवम्बर को समिति  द्वारा आयोजित किसान नेताओं के राष्ट्रीय कन्वेंशन को लेकर भी विस्तार पूर्वक चर्चा हुई। इसी तरह किसानों से जुड़े अन्य विषयों पर भी चर्चा की गई। कश्मीर के किसानों को केंद्र द्वारा कश्मीर में लगाए गए प्रतिबंधों से सेब की फसल में भारी नुकसान हो रहा है। समिति ने उसको लेकर भी भारी रोष प्रकट किया।


बैठक में वी एम सिंह, गिरधारी लाल, आशीष मित्तल, जितेंद्र सिंह, राजा राम सिंह, प्रेम सिंह गहलावत, योगेन्द्र यादव, अविक शाह, हन्नान मौला, कृष्णा प्रशाद, रघुबीर सिंह, दर्शन पाल, गुरमीत सिंह, अर्जुन प्रशाद, मधुरेश, राजू शेट्टी, स्वास्तिक, राजेन्द्र, अनिल,आदि किसान नेताओं ने हिस्सा लिया,