इनौस ने ब्लाक मुख्यालय कब्जा कर चलाया बच्चों का स्कूल


गरीबों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है नीतीश-भाजपा की सरकार!- मनोज मंज़िल


आइसा - इनौस - भगतसिंह युवाब्रिगेड ने लगाया गड़हनी ब्लॉक परिषर में स्कूल।


19 अक्टूबर 2019 को गड़हनी ब्लॉक परिषर में शिक्षा के सवाल पर धर्म - सम्प्रदाय, जाति और पार्टी की दीवाल टूटी पूरा गावँ हुआ एक भोजपुर ज़िले के गावँ बड़ौरा में उर्दू और कन्या मध्य विद्यालय के वर्ग भवन ,शिक्षक और बेहतर पढ़ाई के सवाल पर जनता के सभी वर्गों की बनी एकता. गड़हनी ब्लॉक परिसर में सभी समुदाय  के छात्र-छात्रा ,महिला और अभिभावक मिलकर आइसा ,इनौस और भगत सिंह युवा ब्रिगेड के नेतृत्त्व में शिक्षा अधिकार आंदोलन के तहत ब्लॉक परिषर में स्कूल लगा। 


स्कूल विधिवत रूप से शुरू हुआ और घंटी बजी और  स्कूल की छात्राएं नर्गिस प्रवीण, शबा प्रवीण, नगमा , पूजा कुमारी, नासरीन प्रवीण, तब्बसुम सहित कई छात्राओं ने प्रार्थना गयीं। इसके बाद घंटी आधारित शिक्षक ने अपने विषय का पाठ किया जिसमें मैथ, हिन्दी, सांस्कृतिक क्लास भी चला, जिसमे कहम त लाग जाई धक से, बडे बडे लोगन के लइकवन के प्राइबेट स्कूल बा, हमन गरीबन के ढहलो स्कूल  दुलाम बा....इत्यादि गीत गाये गए। 


विदित हो कि उर्दू प्राथमिक विद्यालय का स्थापना 1947 में हुआ था इस स्कूल में गावँ - सुअरी , शिवपुर , सिकटी और बड़ौरा के बच्चे पढ़ने आते थे अपने समय का बड़ा चर्चित  स्कूल था . इस स्कूल में पढ़े हुए शिक्षा से लेकर सीविल सर्विस और सिमा पर भी योगदान दिया है। इस विद्यालय को बनाने में मुस्लिम समाज अपनी कब्रिस्तान की जमीन देकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाया और सभी समाज के लिए यह स्कूल पसंदीदा बन गया , आज से 10 साल पहले यह विद्यालय जर्जर हो गया और यह स्कूल बंद हो गया। ग्रामीणों ने नया भवन बनवाने के लिए प्रखंड से लेकर जिला के शिक्षा अधिकारियों BDO, BEO, DEO के साथ - साथ  अगिआंव विधानसभा के वर्तमानJDU विधायक माननीय प्रभुनाथ राम से मिले पर वर्ग भवन बनवाने के लिए केवल आश्वाशन दिए यहाँ तक कि इस साल लोकसभा चुनाव में वोट मांगने आये BJP के उम्मीदवार और सांसद माननीय R.K Singh ने भी भरोसा दिलाया था कि इस बार वोट दीजिए आपका स्कूल बनवा देंगे .पर अभी तक सरकार के शिक्षा विभाग , MLA और MP साहब ने कोई कदम नहीं उठाया । 


उत्क्रमित मध्य विद्यालय बड़ौरा में क्लास रूम के नाम पर मात्र दो छोटे-छोटे कमरे जिसमें एक कमरा में एक से क्लास 5 तक के बच्चे बैठे थे और दूसरे कमरे में क्लास 6 से 8 तक के बच्चे बैठे थे छात्रों की संख्या 263 है। इस विद्यालय में 5 पदस्थापित शिक्षक में से 2 ही आए थे .इन स्कूलों के बच्चों का स्टैण्डर्ड देखा जाए तो छठा क्लास से आठवां क्लास तक के कोई स्टूडेंट साधारण भागा और बट्टा पर का जोड़-घटाव भी नहीं बना सकते .कोई स्टूडेंट इंग्लिश के किताब का रीडिंग नहीं दे सकता .आधे से ज़्यादा बच्चे हिंदी पढ़ने में सक्षम नहीं है । उर्दू विषय तो है पर उर्दू पढ़ाने वाले शिक्षक ही नहीं हैं। 


स्कूल में बच्चों और अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए इनौस राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंज़िल ने कहा कि उर्दू प्राथमिक विद्यालय  और कन्या मध्य विद्यालय के वर्ग भवन ,शिक्षक और बेहतर पढ़ाई के सवाल हम मंत्री - संतरी, सांसद - विधायक - अधिकारी के बूते नही छोड़ेंगे । 


उन्होंने कहा कि इन बच्चों का भविष्य में क्या होगा , किस लायक बनाया जा रहा है, ये बच्चे एग्जामिनेशन और कॉम्पिटिशन में उन बच्चों का मुकाबला कैसे करेंगे जो महंगे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ते हैं .हमारे देश में समान स्कूल प्रणाली किसके हित में नहीं लागू किया जा रहा है । अमीर और ग़रीब का बच्चा एक ही स्टैण्डर्ड के स्कूल में क्यों नहीं पढ़ सकते?


आगे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सरकारी स्कूल को  मृत्यु शय्या पर भेज दिया है !सरकारी स्कूल की बर्बादी ग़रीब-मज़लूम  ,मज़दूर -किसान ,मेहनतकश और उत्पीड़ित जनगण ,सदियों से हासिये पर धकेल दिए गए लोगों के बच्चों की भविष्य की बर्बादी है। क्या यही आपका न्याय के साथ विकास का वादा था? जब दलितों ,आदिवासियों , अति पिछड़ों और पिछड़ों के बच्चे स्कूली शिक्षा में ही पिछड़ जाएंगे तो उच्चत्तर शिक्षा का दरवाज़ा उनके लिए बंद हो जाएगा और आरक्षण से भी वंचित नहीं हो जाएंगे । शोषितों के और कई पीढ़ी को शिक्षा और ज्ञान से वंचित रखना चाहते हैं । 


अंत मे उन्होंने कहा कि सरकार अगर समान स्कूल प्रणाली लागू नही करती है और सरकारी विद्यालयों की शिक्षा और बुनयादी सुविधा नही सुधारती है तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन पूरे जिले फैलेगा और जरूरत पड़ा तो मुख्यमंत्री के सामने स्कूल लगाया जाएगा।


इस आंदोलन में आइसा राज्य सचिव सबीर कुमार, जिला सचिव रंजन कुमार, इनौस जिला संयोजक शिवप्रकाश रंजन, इनौस चरपोखरी संयोजक सन्नी कुमार, आइसा नेता संदीप कुमार, सुधीर कुमार, उज्ज्वल भारती, जेपी कुमार, सोनू कुमार, भाकपा - माले राज्य कमेटी सदस्य संजय जी, गड़हनी प्रखंड सचिव नवीन इंसाफ मंच के राज्य सचिव कयामुद्दीन अंसारी, फिदा हुसैन, सेविका संघ अध्यक्ष सीमा तिवारी, स्वराज अली, आयूब अंसारी, प्रतीक आनंद, गोलू राय सहित कई लोग मौजूद थे।