यूपी में दो से ज्यादा भैंस पालने पर कॉमर्शियल मीटर लगाना होगा

यूपी में दो से ज्यादा भैंस पालने पर कॉमर्शियल मीटर लगाना होगा


भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में दो से अधिक भैंस रखने पर अब बिजली का कॉमर्शियल मीटर लगवाना होगा। विद्युत निगम की ओर से गांवों में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। गाजियाबाद जिले के सदरपुर और रईसपुर गांव के लोगों ने विद्युत निगम के इस फरमान का विरोध जताया है। वहीं, निगम के कर्मचारियों ने क्षेत्रों में जांच शुरू कर दी है।


विद्युत निगम की ओर से गांवो में निरीक्षण के दौरान देखा गया कि खेती के दौरान और डेयरी चलाने पर भारी वोल्टेज वाली मशीनों का प्रयोग किया जाता है। इमसें बिजली की खपत अधिक मात्रा में होती है। घरेलू कनेक्शन पर ही कुट्टी काटने की मशीन, ट्यूबवेल और बिजली उपकरणों का प्रयोग होता है। सभी उपकरणों और मशीनों में बिजली खपत आपूर्ति से अधिक मात्रा में होती है। वहीं भैंस पालन कर दूध बेचने को कारोबार की दृष्टि से देखा गया और विद्युत निगम ने गांवों में चल रही डेयरियों में कॉमर्शियल मीटर लगाने की घोषणा कर दी थी। अभी तक चार भैसों से अधिक होने पर लोगों को कॉमर्शियल मीटर लगाना होता था। वहीं कई गांवों में जांच की गई और घरेलू मीटर पर डेयरी चला रहे लोगों पर निगम की ओर से जुर्माना वसूल कर कार्रवाई की गई।


ग्रामीणों ने जताया विरोध : सदरपुर गांव में विद्युत निगम के कर्मचारियों ने लोगों को दो से ज्यादा भैंस रखने पर मीटर लगाने पर कॉमर्शियल मीटर कनेक्शन लेने के निर्देश जारी कर दिए। इसमें कहा गया कि यदि कोई कनेक्शन नहीं बदलता है तो उसके खिलाफ जुर्माना वसूल कर कार्रवाई की जाएगी। गांव के लोगों ने विद्युत वितरण निगम के इस फैसले का विरोध किया है। गांव के राहुल शर्मा ने बताया कि जनपद में इस नए फैसले से काफी परेशानी हो रही है। गांव में रहने वाले अधिकांश व्यक्ति घर में घर में भैंस रखते हैं। विद्युत दर बढ़ने से पहले के मुकाबले पांच गुना से अधिक रकम बिल बनकर आता है।


60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया


रईसपुर गांव के पार्षद मनोज चौधरी ने बताया कि विद्युत निगम की ओर से पहले भी निरीक्षण किया गया। इसमें गांव में रहने वाले भोपाल सिंह जाटव पर चार भैंस होने पर 60 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया और व्यावसायिक मीटर लगाने का नोटिस दे दिया। गांव में रहने वाले लोग दूध बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं। गाय-भैंस के पालन में भी खर्च होता है और अब अधिक बिजली के बिल से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।


आरके राणा, मुख्य अभियंता विद्युत वितरण निगम ने कहा कि ''गांव में लोग भैंस रखकर डेयरी चला रहे हैं। इसमें एक और डेढ़ किलोवाट के घरेलू मीटर से वह अधिक बिजली खपत करते हैं। डेयरी चलाने के लिए लोगों को व्यावासायिक मीटर लगाने होंगे।'' 


(हिंदुस्तान से साभार)