ग्रामीण भारत बंद में किसान महासभा की पहलकदमी

ग्रामीण भारत बंद में किसान महासभा की पहलकदमी


राजेन्द्र पटेल



  अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर 8 जनवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया गया था, जिसमें किसानों के तमाम कर्ज खत्म करने, फसलों का डेयोढा दाम देने, किसानों को आत्महत्याओं पर रोक लगाने, बटाईदारों को पहचान पत्र ‌ दो व उन्हें किसानों को मिलने वाली हर सरकारी सुविधाओं देने, कदवन डैम इन्द्रपुरी जलाशय का निर्माण करने सहित सिंचाई का प्रबंधन करने, बाढ़ सुखाड़ का स्थाई समाधान करने, आदि मांगों को लेकर देशभर में किसानों ने धरना-प्रदर्शन, विरोध मार्च, सड़क जाम, आदि कार्यक्रम किए गए।इसी दिन 10  मजदूर संगठनों की ओर से देशव्यापी मजदूर हड़ताल के तहत कामकाज छोड़कर सड़क पर उतरे।
  बिहार के राजधानी पटना में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर से विरोध मार्च निकाला गया, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के केन्द्रीय कोर कमेटी के सदस्य व बिहार के प्रभारी राजाराम सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवसागर शर्मा,कार्यालय प्रभारी राजेंद्र पटेल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के डी यादव, अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य सचिव अशोक कुमार सिंह अग्रगामी किसान सभा के अमीरका महतो,स्वराज अभियान , सहजानंद सरस्वती मंच, आदि किसान संगठनों के नेता कर रहे थे। राजाराम सिंह जे पी गोलम्बर, पटना के निकट सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार के किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान आल्महत्यायें करने के लिए मजबूर हैं। समन्वय समिति में शामिल 250 किसान संगठन किसानों के दुर्दशा के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे। साथ ही संविधान व लोकतंत्र विरोधी सीएए, एनआरसी और एनपीआर को रद्द करने और जेएनयू के छात्रों प्रोफेसरों पर बिदयार्थी परिषद और आर एस एस के हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग किया
 पटना में अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से भी विरोध मार्च निकाला गया, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसानो महासभा के राज्य सहसचिव उमेश सिंह और पटना जल्ला किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष व अधिवक्ता मनोहर लाल, आदि नेतागण कर रहे थे।
बैशाली के हाजीपुर में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद यादव,ज्वाला प्रसाद, रामनाथ यादव, आदि नेतागण कर रहे थे और बिदुपूर में अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार चौधरी, आदि नेतागण कर रहे थे।
पूर्णिया में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सहसचिव अविनाश पासवान, जमुई के चकाई प्रखण्ड में अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव मनोज कुमार पाण्डेय, शेखपुरा जिला के ककराला,सहसवहना, और बदायूं में अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला संयोजक कमलेश कुमार मानव, नवादा के पकडीबरावां में अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता जगदीश प्रसाद चौहान, अरूण कुमार कुशवाह, अनिल कुमार सिंह,नंदु प्रसाद यादव, आदि नेतागण कर रहे थे।क ई किसान कंधे पर हल लेकर मार्च कर रहे थे।
 नालन्दा जिला के रहुई प्रखण्ड में अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव पालबिहारी लाल और अखिल भारतीय क्रान्तिकारी किसान संघ के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, आदि नेतागण कर रहे थे।
जहानाबाद में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह, दिलीप पटेल,सौकीन यादव, आदि नेतागण विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। मार्च में क ई किसान कंधे पर हल लेकर चल रहे थे।
बक्सर जिला के बक्सर में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य पार्षद विरेन्द्र यादव, डुमरांव में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य उपाध्यक्ष अलख नारायण चौधरी और सोनवर्षा में किसान नेता रामदेव सिंह विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। भोजपुर, रोहतास, अरवल, मुजफ्फरपुर, सीवान सहीत दर्जनों जिला में किसानों को संगठित कर लोग मोदी सरकार के किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरे।


उत्तर प्रदेश के रायबरेली में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अफरोज आलम, बुंदेलखंड में अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता राजीव के नेतृत्व में किसान मार्च निकाला गया।
गाजीपुर में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा के नेतृत्व में गाजीपुर स्टेशन से जिलाधिकारी तक विरोध मार्च निकाला गया। जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को मांग पत्र भेजा गया। बंद के दरम्यान सब्जी ,खोवा, आढ़त दुध आपूर्ति नहीं हुई।
मथुरा में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नत्थी लाल पाठक और भाकपा माले नेता व अधिवक्ता नशीर साह, उर ई में किसान नेता राजीव कुशवाहा किसान मार्च का नेतृत्व कर रहे थे।
 पंजाब के मानसा में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रूल्दू सिंह, किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य गुरूनाम सिंह, आदि नेतागण किसान मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। मानसा बाजार पूर्णतः बंद रहा। बंद में किसान खेती कार्य ठपकर, दर्जनों गांवों से बड़ी संख्या में शामिल हुए। पंजाब में दर्जनों जिला में किसान सड़क पर उतरे।
 क्षरखण्ड के गिरीडीह जिला के बगोदर में सिक्स लाइन के लिए किसानों से जबरन भूमि कब्जा करने के खिलाफ व अन्य मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव पुरन महतो के नेतृत्व में किसानों ने विरोध मार्च निकाला ।
 हरियाणा के दर्जनों जिला में ‌19 किसान संगठनों के नेतृत्व में ग्रामीण भारत बंद कर विरोध मार्च निकाला गया, जिसमें अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेम सिंह गहलावत भी शामिल थे। इसके अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड,असम, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आन्ध्र प्र्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान, सहीत अधिकांश राज्यों में अखिल भारतीय किसान महासभा के साथ शामिल अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के अन्य किसान संगठनों ने किसानों को संगठित करते हुए ग्रामीण भारत बंद को सफल बनाने में शामिल हुए ।