किसानों से धोखा कर रही मोदी सरकार
प्रेमसिंह गहलावत
15 जनवरी 2020 को मुम्बई के वाई बी चौहान सेंटर में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के वर्किंग ग्रुप सदस्यों की बैठक हुई। बैठक में मुख्यतः 8 जनवरी ग्रामीण भारत बंद और समन्वय समिति की गतिविधियों पर चर्चा हुई। इसमें पाया गया कि किसानों-छात्र नौजवानों के उतरने से 8 जनवरी की ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पूरे देश मे बंद में बदल गई।
बैठक दिन की बैठक समाप्ति के बाद किसानों के मुद्दों के विषय अनुसार वाय बी चौहान केंद्र में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमे केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया गया कि मोदी सरकार किसानों को राहत देने की बजाय बड़े कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुचाने का कार्य ही कर रही है। केंद्र सरकार ने जो वायदा किसानों के साथ किया था कि किसानों की आमदनी दोगुना करेगी परन्तु किसान अभी अपनी दो मुख्य मांग जैसे कि स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू करना फसल का डेढ़ गुना दाम, सभी किसानों के ऊपर किसी भी प्रकार के कर्जों से मुक्ति, आवारा पशुओं से किसानों की फसलों को सुरक्षा प्रदान कर खेती को लाभकारी बनाने को लेकर कदम उठाए। कॉरपोरेट कंपनियों द्वारा किसानों को फसल बीमा के नाम पर लूटा जाना बंद करवाए।
इस बैठक में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक वी एम सिंह, पूर्व सांसद राजू शेट्टी, महासचिव अविक शाह, योगेंद्र यादव, राजा राम सिंह, हन्नान मौल्लाह, मेधा पाटकर, डॉ सुनीलम, आशीष मित्तल, प्रतिभा शिन्दे, अतुल अंजान, प्रेम सिंह गहलावत आदि मौजूद थे।