किसान महासभा के आह्वान पर देश के 17 राज्यों में किसानों ने दिया धरना

किसान महासभा के आह्वान पर देश के 17 राज्यों में किसानों ने दिया धरना 


पुरुषोत्तम शर्मा


अखिल भारतीय किसान महासभा के आह्वान पर आज देश भर में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर  सैकड़ों जगह धरना दिया। कई राज्यों में अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा ने भी किसान महासभा के साथ संयुक्त धरना दिया। 


आज देश के 17 राज्यों में आयोजित इस धरने पर बैठने वालों में किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड रुलदू सिंह, राष्ट्रीय महासचिव कामरेड राजा राम सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कार्तिक पाल, के. डी. यादव, हीरा गोप, प्रेम सिंह गहलावत, देवेन्द्र सिंह चौहान, डी. हरिनाथ, फूलचंद ढेवा, जय प्रकाश नारायण राय, राष्ट्रीय सचिव पुरुषोत्तम शर्मा, ईश्वरी कुशवाहा, राम आधार सिंह, जयतु देशमुख, पूरन महतो, रामचन्द्र कुलहरि, अशोक प्रधान, राष्ट्रीय कार्यकारिणी  सदस्य व विधायक सुदामा प्रसाद, पूर्व विधायक चन्द्रदीप सिंह, पूर्व विधायक अरुण सिंह, आनंद नेगी, गुरुनाम सिंह, अफरोज आलम, बलीन्द्र सेकिया, विशेश्वर सिंह यादव, उमेश सिंह, राजेन्द्र पटेल, राजू यादव सहित तमाम किसान नेता शामिल थे। अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड धीरेंद्र झा सहित तमाम नेता और देश भर में कई जगह भाकपा (माले) के नेता भी इन धरनों में शामिल हुए।


घर - घर, गांव - गांव, संगठन का कार्यालय या, जहां कहीं भी हों, अकेले हों या साथ में और भी लोग हों, कोरोना काल में तय निश्चित दूरी और लॉक डाउन नियमों का पालन करते हुए यह धरना कार्यक्रम दिया गया था। कार्यक्रम  बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब जैसे 17 राज्यों में आयोजित किये।


इस धरने के माध्यम से अखिल भारतीय किसान महासभा ने देश के किसानों की निम्न मांगों को बुलंद किया! जगह-जगह से प्रधानमंत्री के नाम निम्न मांगों के ज्ञापन भी भेजे गए।


1 - हर ग्राम में किसानों और बटाईदारों की फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद की गारंटी करो!


2 - प्राकृतिक आपदा, आगजनी और लाकडाउन से बर्बाद फसलों का 25 हजार रु. प्रति एकड़ मुआवजा दो!


3 - बिजली के निजीकरण की मुहिम पर तत्काल रोक लगाओ!


4 - कोरोना, लॉक डाउन में भूख व पुलिस दमन से हुई मौतों पर 20 लाख रुपया मुआवजा दो!


5- नफरत नहीं भाईचारा को मजबूत करो - कोरोना को पराजित करो !


6 - जिला स्तर पर कोरोना की नि: शुल्क जांच व इलाज, आईसीयू वार्ड व वेंटिलेटर का प्रबन्ध करो!