देश भर में फैल रहा है किसान आंदोलन

देश भर में फैल रहा है किसान आंदोलन 

पुरुषोत्तम शर्मा

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किसान आंदोलन देश भर में जोर पकड़ता जा रहा है। दिल्ली की तरफ कूच रहे किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 21 दिन से दिल्ली की सीमा पर जमे लाखों किसान लम्बी लड़ाई का मन बना चुके हैं। आज दिल्ली जयपुर मार्ग पर भी संख्या बढ़कर दोगुनी हो गई है। ठंड से बचने के लिए अलाव के अलावा टीकरी व सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने त्रिपाल, फूस, लकड़ी की झोपड़ी सी बनानी शुरू कर दी हैं। सैकड़ों छोटे ट्रेकिंग टेंट लग गए हैं। लंबी लड़ाई के अंदेशे ने इन हाइवेज को नई बस्तियों के रूप देना शुरू कर दिया है। कड़ाके की ठंड और अब तक 38 किसानों की शहादत के बावजूद आंदोलनरत किसानों के हौसले बुलंद हैं।


16 दिसम्बर को कोलकाता में AIKSCC के आह्वान पर किसान रैली हुई। 15 हजार की भागीदारी थी। तमिलनाडु में 14 तारीख के बाद हर दिन जिला मुख्यालयों पर किसानों के प्रदर्शन हो रहे हैं और सभी जिलों में प्रतिदिन 100 से 200 तक किसान गिरफ्तारियां दे रहे हैं। यहां वाम किसान संगठन मुख्य भूमिका में हैं। किसान महासभा की सबसे बड़ी प्रभावी भूमिका है। बिहार, उड़ीसा, आंध्रा, कर्नाटका, केरल जैसे दक्षिणी राज्यों में भी किसान लगातार आंदोलन में हैं। गुजरात और महाराष्ट्र में भी आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है।


उत्तर प्रदेश में भी कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन बढ़ता जा रहा है। राज्य के रायबरेली जिले में में भी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 14 दिसम्बर से किसान महासभा की ओर से प्रतिदिन एक ब्लाक में एक किसान पंचायत की जा रही है। यह सिलसिला लगातार जारी है। इससे पहले गांव स्तर पर किसान पंचायतों को आयोजित किया गया था। इस जिले में अखिल भारतीय किसान महासभा सबसे बड़ा किसान संगठन बन कर उभर रहा है।