देश भर में सफल रहा किसानों का चक्का जाम



 देश भर में सफल रहा किसानों का चक्का जाम

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आहूत 6 फरवरी के देश व्यापी 3 घंटे के चक्का जाम आंदोलन को देश भर में व्यापक समर्थन मिला। 500 से ज्यादा किसान संगठनों के साथ निचले स्तर पर तमाम ट्रेड यूनियनों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी इस चक्का जाम कार्यक्रम को सक्रिय समर्थन दिया। 

पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड, राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, में इसका व्यापक असर रहा। उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में भाजपा-आरएसएस द्वारा आंदोलन की आड़ में हिंसा फैलाने की आसंकाओं के मद्देनजर चक्का जाम को प्रदर्शनों के माध्यम से ज्ञापन सौंपने में बदल दिया गया था। पूरे देश में आंदोलन शांतिपूर्ण रहा। 


अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में देश के 21 राज्यों में किसानों ने इस आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

बिहार में स्कूली बच्चों की परीक्षाओं के मद्देनजर चक्का जाम कार्यक्रम 2 बजे से 3 बजे तक किया गया। इस दौरान लगभग पूरा बिहार जाम रहा। एआइकेएससीसी से जुड़े किसान संगठनों के अलावा बिहार में महागठबंधन के कार्यकर्ता भी किसानों के साथ सड़कों पर उतरे।

बिहार 

सरकार की साजिश के तहत किसान नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लो! सभी गिरफ्तार किसानों व पत्रकारों को अविलंब रिहा करो!

किसान आंदोलन पर बर्बर दमन के खिलाफ किसान संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 6 फरवरी 2021 को राष्ट्रव्यापी चक्का जाम। 6 फरवरी को राष्ट्रव्यापी चक्का जाम के तहत बिहार के विभिन्न जिला मुख्यालयों, प्रखंड मुख्यालयों ग्रामीण सड़कों, तथा एनएच को जाम किया गया।

चक्का जाम कार्यक्रम में बिहार में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति से जुड़े दर्जनों किसान संगठन के अलावे महागठबंधन से जुड़े पार्टियां शामिल हुई जिसमें राष्ट्रीय जनता दल ,भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माले, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी, एस यू सी आई, कांग्रेस पार्टीबआदि शामिल हुए।

प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर गया जिला के जीटी रोड NH2 तथा कुर्था टिकारी रोड के निशुर पुर गांव के पास रोड जाम किया गया, नालंदा जिला के हिलसा मे सिनेमा हॉल के पास तथा बिहार शरीफ में अस्पताल मोड़ के पास जाम किया गया। नवादा में एन एच31 जाम किया गया। आरा जिला में आरा सहित जगदीशपुर, बिहिया, ग्रहणी ,सहार ,तरारी में जाम किया गया। सिवान जिला में चीलोरी नदी के पास सड़क जाम किया गया। 

सीतामढ़ी में एनएच 77 कांटा चौक के पास जाम किया गया। वैशाली जिला के हाजीपुर मुख्यालय के साथ-साथ अक्षय वट स्टेशन मोड जाम किया गया।कटिहार जिला के बारसोई तथा कुर्सेला में चक्का जाम, मुजफ्फरपुर जिला मुख्यालय में जाम।जहानाबाद जिला मुख्यालय केअरवल मोड़ पर जाम रहा।दरभंगा मेंदरभंगा के अलावा फेकला गांव के पास ग्रामीण सड़क को जाम किया गया।

इसके अलावा मधेपुरा ,मधुबनी, रोहतास ,बेतिया,  बेगूसराय जिला  मुख्यालय में जाम का कार्यक्रम सफल रहा।पटना जिला के फुलवारी शरीफ, पटना सिटी,नोवतपुर एन एच 94, धनरूआ, फतुहा, संपत चक, मसौढ़ी, पालीगंज, दुल्हनबाजार विक्रम ,बिहटा, फुलवारी शरीफ, दीघा पेट्रोल पंप के पास तथा पटना डाकबंगला चौराहा को भी जाम किया गया।

पटना सिटी में जाम का नेतृत्व भाकपा माले विधायक दल के नेता कामरेड महबूब आलम, अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता उमेश सिंह,राजेन्द्र पटेल ,मनोहर लाल,तथा संभू नाथ मेहता कर रहे थे। जहानाबाद में किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह, घोसी विधायक रामबली यादव, जहानाबाद राजद विधायक  सुदय्य यादव बोधगया विधायक  कुमार सर्वजीत के अलावा अन्य किसान संगठनों के नेता थे।

फूलवारी शरीफ में विधायक गोपाल रविदास, नौबतपुर में डाक्टर कृपा नारायण सिंह,तरारी में विधायक सुदामा प्रसाद, पिरो में चंद्र दीप सिंह, सिवान में जय नाथ यादव, वैशाली जिला के हाजीपुर में किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विसेश्वर यादव, रोहतास में विधायक सह किसान नेता अरुण सिंह, कैमूर में बवन सिंह,पूर्णिया में किसान सभा के राष्ट्रीय नेता अविनाश पासवान,पटना डकवनगला चौक पर बिहार राज्य किसान सभा के राष्ट्रीय नेता अशोक कुमार त था ललन चौधरी,दाउदनगर में कामता यादव,नवादा में किशोरी प्रसाद,भोला राम तथा नरेंद्र कुमार,नालंदा में पालबिहरी लाल तथा मुनिलाल यादव, बेगूं शराय में वैजू सिंह, तथा अन्य जगह किसान नेतायों ने चका जाम का नेतृत्व किया। चुकी बिहार में इंटर मीडिएट का परिछा चल रहा था इसे देखते हुए दोनों पली परिछा के मध्य में 2 बजे से 3बजे तक ही संपूर्ण बिहार में चका जाम किया गया ताकि परी छर्थी को कोई परेशानी न हो।

आज का यह चका जाम कार्य क्रम,किसान आंदोलन पर दमन बंद करने,किसानों,पत्रकारों पर किए गए मुकदमे की वापसी तथा रिहाई कराने की मांग के साथ साथ, कृषि व किसानों के खिलाफ तीनों काले कानून की समाप्ति,2020 बिजली बिल विधक को वापस लेने,तथा स्वामी नाथन यायोग के रिपोर्ट के आधार पर एम् एस पी तय करने तथा सरकारी स्तर से खरीदी की गारंटी करने की मांग के साथ था।नेताओ ने चक्का जाम को संबोधित करते हुए कहा, यह आंदोलन मुल्क,बचाने,खेत खेती संविधान व लोकतंत्र के साथ साथ रोटी बचाने की लड़ाई है।

 मध्य प्रदेश

राष्ट्रीय आवाहन पर किसान संघर्ष समिति जिला भिंड में 92 हाईवे पर किया चक्काजाम। दिनांक 6 फरवरी 2021 को किसानों के राष्ट्रीय आवाहन पर किसान संघर्ष समन्वय समिति के तत्वाधान में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री देवेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में किसानों ने किया चक्का जाम सैकड़ों की संख्या में किसान एकत्रित होकर 


12:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक लगातार उपस्थित रहे और हाईवे पर किया। चक्का जाम का नेतृत्व संघर्ष समिति के सदस्यों ने सामूहिक रूप से किया जिसमें किसान नेता बी के बोहरे अनिल धनेरिया नदीम खान सूरज रेखा त्रिपाठी नाथूराम बघेल सूरज सिंह यादव राजाराम शर्मा डॉक्टर राजोरिया गुड्डू भदौरिया विनोद कुमार सुमन श्री किसान हरसाना नेकराम राकेश चौकी शकील खान जितेंद्र शर्मा बालक राम चौधरी रूप सिंह, जगदीश यादव, लालूसिंह यादव, अंगद सिंह कुशवाह आदि आदि ने किया।