पूरे बिहार में किसान यात्राओं से गरमाया किसान आंदोलन
18 मार्च को पटना में होगी किसान मजदूर महापंचायत 11 मार्च को सहजानन्द सरस्वती की जयंती पर बिहार के कोने-कोने को निकली 7 किसान यात्राएं आज 15 मार्च को समाप्त हुई। अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के इस संयुक्त अभियान ने बिहार में किसान आंदोलन को गरमा दिया है। अब 18 मार्च को पटना में विशाल किसान मजदूर महापंचायत की तैयारी में कार्यकर्ता जुट गए हैं। 18 मार्च की किसान मजदूर महापंचायत को भाकपा माले महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य, किसान महासभ के के महासचिव कामरेड राजाराम सिंह, पंजाब किसान यूनियन के प्रांतीय सचिव कामरेड गुरुनाम सिंह भिखी, अखिल भारतीय खेत एवम ग्रामीण मजदूर सभा के महासचिव धीरेंद्र झा संबोधित करेंगे।
शाहाबाद जोन, किसान-यात्रा बक्सर 15 मार्च 2021 तीन कृषि कानूनों को वापस करने व MSP को कानूनी अधिकार दिलाने के उद्देश्य से एक किसान रथ शाहाबाद क्षेत्र में निकला। जिसका नेतृत्व किसान नेता व पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह, किसान महासभा केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजू यादव ,किसान महासभा राज्य परिषद सदस्य बिनोद कुशवाहा, आइसा नेता रौशन कुशवाहा, कुणाल सिंह ने किया। 11 मार्च से भोजपुर जिले के संदेश, सहार, अंगियाव, गड़हनी, मोपती बाजार, तरारी, हसनबजार, पीरो, जितौरा बाजार, बिहिया, शाहपुर में नुक्कड़ सभाओं के जरिए 18 मार्च को किसान महापंचायत में शामिल होने की अपील की गई इसके बाद बक्सर जिले में प्रवेश किया गया।
13 मार्च से बक्सर जिले के ब्रह्मपुर, बगेन, भदवर,सोनबरसा बाजार, नावानगर, केसठ, चौगाई, डुमरांव, बक्सर, इटाढ़ी, धनसोई मे देर शाम तक कार्यक्रम चलता रहा। इसके बाद रात्रि में ही कैमूर जिले में प्रवेश किया गया। 14 मार्च को कैमूर जिले में किसान यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया। रामगढ़, मोहनिया, दुर्गावती, चैनपुर, भगवानपुर बाजार, एकता चौक भभुआ, कुदरा में किसान यात्रा को पूरा कर, रोहतास जिले में प्रवेश हुआ। रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड के तेलारी बाजार पर सभा का कार्यक्रम हुआ।
15 मार्च को रोहतास जिले के चेनारी , आलमगंज, चोरबड्डी, सासाराम, डिहरी ऑन सोन, बांक, अकोढ़ीगोला, गोड़ारी ,बिक्रमगंज, भोजपुर जिले के अंगियाव बाजार पर किसान यात्रा द्वारा नुक्कड़ सभाएं की गई, जहां किसानों ने खड़े होकर किसान नेताओं की बातों को गम्भीरता से सुना। शेखपुरा में किसान पंचायत शेखपुरा, अरियरी प्रखंड के कसार गांव में अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा किसान पंचायत लगाया गया। इस अवसर पर आयोजित सभा की अध्यक्षता शिव रविदास में किया। इस किसान पंचायत में किसान महासभा के राज्य परिषद सदस्य व जिला सचिव कमलेश कुमार मानव भाकपा माले के जिला सचिव विजय कुमार विजय, किसान नेता राजेश कुमार राय, शिवनंदन यादव, सूबे लाल कुमार, तेतरी देवी, गौरी देवी, शांति देवी सहित गांव के सैकड़ों किसान मजदूर भाग लिए। इस मौके पर विजय कुमार विजय ने बताया कि कसार गांव में 12 मार्च को भी किसान पंचायत लगाई गई थी। लेकिन वहां के किसानों द्वारा पुनः किसान पंचायत लगाने का अनुरोध किया गया। इसको लेकर 15 मार्च को दुबरे वहां पंचायत लगाई गई। उपस्थित किसानों ने संघर्षों में आगे बढ़कर भाग लेने का संकल्प लिया।
18 मार्च को यहां से बड़ी संख्या में किसान मजदूर महापंचायत में भाग लेने के लिए किसान पटना जायेंगे। किसानों ने यह भी निर्णय लिया कि किसान आंदोलन के चार माह पूरा होने के अवसर पर 26 मार्च को भारत बंद में हमलोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे। साथ ही 28 मार्च को होलिका दहन में किसान विरोधी तीनों कृषि कानून की प्रति का दहन किया जाएगा। किसान महासभा के नेता कमलेश कुमार मानव ने बताया कि अब 18 मार्च को पटना से लौटने के बाद जिले के अन्य गांवों में किसान पंचायत लगाई जायेगी। मगध क्षेत्र 15 मार्च को मगध जोन का किसान यात्रा नालंदा जिला के जैतापुर, परवलपुर, थरथरी, हिलसा, एकन्गरसराय, इसलामपुर में और जहानाबाद के हुलासगंज में पहुंची जहां सभा किस्सनों को संबोधित किया गया। दिन का खाना रूचुनपुरा में हुआ, जहां युवा राजद कार्यकर्ता द्वारा किसान यात्रा के सभी नेताओं को एक गमछा व माला देकर सम्मानित किया। हिलसा में एक किसान सम्मेलन का आयोजन हाल में सम्पन्न हुआ, जिसे स्थानीय नेताओं समेत यात्रा के नेतागण ने संबोधित किया।
शेखपुरा शेखपुरा, 14 मार्च को अरियरी प्रखण्ड के अफरदीह और गोहदा गांव में अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा किसान पंचायत लगाया गया। किसान पंचायत के अवसर पर आयोजित सभा की अध्यक्षता किसान नेता नरेश महतो और विजय कुमार विजय ने किया। इस अवसर पर किसान महासभा के राज्य पार्षद सह जिला सचिव कमलेश कुमार मानव, भाकपा माले जिला सचिव विजय कुमार विजय, RYA जिला संयोजक कमलेश प्रसाद, किसान नेता राजेश कुमार राय, शिवनंदन यादव, प्रमोद कुमार, नरेश महतो, शिव रविदास, तेतरी देवी, गौरी देवी, शान्ति देवी सहित गांव के सैकड़ों किसान मजदूर भाग लिए। महान किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती के जन्म दिवस 11 मार्च से शुरू किया गया किसान पंचायत आज अफरदीह और गोहदा गांव में किसान पंचायत लगाकर किसान विरोधी तीनों कृषि कानून के बारे में जानकारी दी गई।
किसान नेताओं ने बताया कि ये कानून खेती की नीलामी और किसानों की गुलामी वाला कानून है। नेताओं ने कहा कि इस काला कानून का विरोध सैकड़ों दिनों से दिल्ली सहित पूरे देश में किसानों द्वारा किया जा रहा है। लेकिन कारपोरेटपरस्त मोदी सरकार किसानों की मांग को अनसुनी कर रही है। अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा लगातार राज्य और जिला में भी किसानों की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। अब किसान महासभा द्वारा जिला के विभिन्न गांवों में किसान पंचायत लगाकर जिला के किसानों को एकजूट करने और जागरूक करने का काम किया जा रहा है। नेताओं ने कहा कि जब तक मोदी सरकार तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेती, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों का अनाज बिक्री होने संबंधित कानून जब तक नहीं बन जाता, और जब तक दिल्ली बोर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते रहेंगे तब तक शेखपुरा के भी किसान आंदोलन करते रहेंगे।
18 मार्च को पटना में आयोजित होने वाला किसान मजदूर महापंचायत में भाग लेने के लिए किसान मजदूर से आह्वान किया गया।11 से 15 मार्च तक पूरे बिहार में किसान रथ यात्रा घूमकर किसानों को एकजूट और जागरूक करने का काम किया गया। इस अवसर पर किसानों ने संकल्प लिया की 26 मार्च को किसानों द्वारा भारत बंद में हम लोग भी बंदी में किसानों के साथ रहेंगे। साथ ही 28 मार्च को होलिका दहन में किसान विरोधी तीनों कृषि कानून का प्रति दहन करने का निर्णय लिया गया है।
पालीगंज के बालीपाकर (पटना जिला)में नुक्कड़ सभा, जिसे किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह ने संबोधित किया और बटाइदार +किसान बिरोधी तीनों कृषि कानून के बारे में बताया और 18 मार्च को पटना विधान सभा के समक्ष प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया। नीतीश सरकार डी बंधोपाध्याय आयोग के सिफारिशों को ठंढे बस्ते में डाल कर गरीब बंटाईदारों को बदहाल कर दिया, तो किसान सम्मान निधि योजना से बटाइदारों को बाहर रखकर उनके साथ सौतेलेपन का व्यवहार किया गया है। इसलिए गरीब और किसान विरोधी नीतीश मोदी की सरकार को भगाना ही होगा। पालीगंज, पटना के बाली पांकड गाँव में 12 मार्च को 9 बजे सभा की गई। पालीगंज चौक पर भी किसान संघर्ष यात्रा रथ द्वारा नुक्कड़ पर सभा हुई अरवल प्रखण्ड परिसर में किसान यात्रा के दरम्यान 12 मार्च को 1 बजे सभा चल रही है. सभा के पूर्व अम्बेडकर जी के मूर्ति मल्यार्पन किया गया.
बेगूसराय किसान यात्रा बलिया लखमिनिया स्टेशन पर पहुंची। आम नागरिकों ने सभा मे शामिल हो कर नेताओं को माला पहना कर भव्य स्वागत किया। सभा के अध्यक्षता भाकपा माले के प्रखंड सचिव कामरेड नूर आलम ने किया। सभा को सम्बोधित भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य सह जिला सचिव दिवाकर कुमार ने कहा मोदी सरकार किसान विरोधी तीनों कृषि कानून रद्द नहीं कर देश के किसान मजदूर के प्रति संवेदनहीनता के परिचय दे रही है। मोदी सरकार कंपनी का गुलाम किसान, मजदूरों छात्र, नौजवान को बनाना चाहती है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाकपा माले और अखिल भारतीय किसान महासभा 18 मार्च 2021 को पटना में एक किसान मजदूर महापंचायत आयोजित कर रही है। इसका नेतृत्व भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड दीपांकर भट्टाचार्य करेंगे। विधानसभा से किसान विरोधी तीनों कृषि काला कानून रद्द करने का प्रस्ताव नितिश सरकार पारित कर केंद्र सरकार को भेजे, इसके लिए दबाव बनाया जाएगा। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य किसान नेता नवल किशोर ने कहा मोदी सरकार किसानों के खेत खेती दोनों अंबानी-अडानी के हवाले करने की साजिश कर रही है, जो कतई मंजूर नहीं है।
उन्होंने कहा किसान विरोधी काले कानून रद्द नहीं हुआ तो देश में महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी का संकट और गहरा होगा। लोगों की भुखमरी से मौत की संख्या तेजी से बढेगी। गरीब परिवार भुखमरी महंगाई के शिकार होगे। उन्होंने कहा किसानों ने समूचे देश में आन्दोलन तेज कर रखा है, अभी तक आन्दोलन में ढाई सौ किसान शहीद हो चुके है लेकिन मोदी सरकार अंबानी अडानी के पक्ष में देश के संविधान, लोकतंत्र, आजादी धर्मनिरपेक्षता को कमजोर करने में लगी हुई है। उन्होंने मोदी सरकार से किसान मजदूरों के हित मे अविलंब किसान विरोधी कानून रद्द करने और स्वामीनाथन आयोग के रिपोर्ट लागू करने की मांग की। यात्रा के दौरान बेगुसराय स्टेशन चौक, खातोपुर चौक, बलिया लखमिनिया स्टेशन चौक, कुरहा बाजार आदि जगहों पर नुक्कड़ सभा की गई। भाकपा माले के नेता राजेश श्रीवास्तव दीपक सिन्हा, चंद्रदेव वर्मा, अमरजीत पासवान, रामविलास रजक, तपेशवर महतो, लडुलाल दास, दीपक अंनाद, अशरफी पासवान अन्य लोग संबोधित किए।